
दे दे खिलौना मेरी गोद में
हे अंबे जगदम्बे मैया आयी तेरे द्वारे, हूं दुखियारी शरण तिहारी रो रो यही पुकारे, दे दे खिलौना मेरी गोद

हे अंबे जगदम्बे मैया आयी तेरे द्वारे, हूं दुखियारी शरण तिहारी रो रो यही पुकारे, दे दे खिलौना मेरी गोद

गुना के भवन मैं विराजी मोरी मैया , नाम संतोषी रानी तुम हो दानी महादानी बड़ी भोली माँ, मैंने सुना

लेता हु जब नाम तेरा हिचकिया मेरी रुक जाती है, आज लगा झुँझन वाली को मेरी याद भी आती है,

श्री गणेश लक्ष्मी माता की पूजा मन से करलो रे, घर आँगन में दीये जला के घर को रोशन कर

आया सोहन महिना भगतो खीड गई है गुलजार, शेरावाली माँ करदी बेड़े पार शेरावाली माँ होना चारे पासे मियाँ जी

पीले शेर उते करके सवारी देखो शेरावाली आई है , शेरावाली आई है मेहरावाली आई है, पीले शेर उते करके

हथा विच झंडे फड़ किने सोहने जचदे, मैया दे भगत आज नच्दे न थक दे, मेला लगाया है विच दरबार

अरदास नेके लालो माँ करो विनती मंज़ूर मेरी जिंद चरना दे विच कट जावे झण्ड़ेया वाली सरकार मेरी मेरी भी

आये दर्शन करण पुजारी माँ खोल बूहे मंदिरा दे, मंदिरा दे नि माये मंदिरा दे, तेरी लगदी हां माँ मूरत

लारे नीत लाया न तू कर दातिए, पाजा फेरा बच्चेया दे घर दातिए, आजा दातिए , आजा दातिए, असी अज