आये है दिन नवरातो के मेरी मैया के
आये है दिन नवरातो के मेरी मैया के जगरातों के, जिस घर में माँ की ज्योत जलाई जाती है, माँ
आये है दिन नवरातो के मेरी मैया के जगरातों के, जिस घर में माँ की ज्योत जलाई जाती है, माँ
जिह्ना तेरा नाम चंचल ने गया ए, लगदा है माये तेरा ध्यानु मुड़ आया है मैं तेरे बिन रह नहीं
माँ तेरी किरपा से चमत्कार हो रहा है, घर बैठे तेरा दीदार हो रहा है, जागरण मेरे घर पहली बार
दुख दिल वाले तनु मैं सुनावा, माँ आके जरा बेह सामने, आप रोवा नाले तनु भी रोवावा, माँ आके जरा
आ गई रे आ गई रे मैया नगर कोर्ट को छोड़ के मैया आ गई रे, नगर कोर्ट का ठाठा
दिल करे तेरा मैं दीदार रहा करदा, तेरे सोहने मंदिरा नु प्यार रहा करदा, तेरी रेहमत सदका दातिए मीह खुशियां
धुन कूट कूट बाजारा मैं कोठे उते, चीरा पिछो आज आई वारी लंग लेन दे, वध गई ऐ वे करारी
लगया मेला मेला झोली भर लो माँ तो वर लवो, फिर हाथ नहीं आउना वेला, लगया मेला मेला…….. लाओ मा
काली हो कलकत्ते वाली माता, तू कजो वसी है एहनी दूर मेरी माता, होर ते भेना तेरिया नेड़े वसियां एहनी
आखिरी सांस है तुझको पुकारू माँ तुझको पुकारू, दर्शन देदे हे जगजननी निश दिन तेरा रस्ता निहारु, आखिरी सांस है