गिद्दा संगतां दा
उचे भवना ते लगियां रोनका भर गये सब बनेरे, गिद्दा संगतां/भगता दा पेंदा अज मैया दे वेहड़े, लगियां प्रेम दियां
उचे भवना ते लगियां रोनका भर गये सब बनेरे, गिद्दा संगतां/भगता दा पेंदा अज मैया दे वेहड़े, लगियां प्रेम दियां
आज आ गई है चौंकी वाली रात ढोलिया ढोल वजा, असि नचना है सारी रात ढोलिया ढोल बजा, आज आ
आए जो माँ के दरवार, पाए वो माता का प्यार जीवन के कष्टों से छूटे हो जाए भवपार मैया तुझसा
नैना नु ता लगियाँ उडीका शेरावालिये, मेले दियां आ गियां तरीका शेरावालिये, कई आउंदे बसा उते कई ने ट्रक ते,
तेरी ज्योत जगावन माँ आया शहर सारे दा सारा, तेरे दर ते संगत है नचदी नच नच के धुना है
दुर्गा माँ दुःख हरने वाली मंगल मंगल करने वाली भय के सर्प को मारने वाली भवनिधि से जग्तारने वाली अत्याचार
खोलो खोलो खोलो अब तो करूणा के द्वार मेरी माँ, बड़ी आस लेके आये तेरे दरबार माँ तेरे दरबार माँ,
लाओ भगतो जैकारे शेरावाली दे, चलो चलिये द्वारे शेरावाली दे, लाओ तुसी ताड़ियाँ नाल जैकारे नाल ला देयो, आज दिल
मेरी माँ का कर्म नहीं दुनिया का गम सब माँ के हवाले है, हम माँ के दीवाने है मैया जी
नईयों छड़ना द्वारा तेरा हो नईयों छड़ना , हो नईयों छड़ना द्वारा तेरा सुन लै पुकार इक वार शेरा वालिये,