
करेगी पुरे सपने वो तेरे भी भैया
करेगी पुरे सपने वो तेरे भी भैया, तू भजले ओ प्यारे जय संतोषी मैया, शुक्र वार सोला व्रत जो करे

करेगी पुरे सपने वो तेरे भी भैया, तू भजले ओ प्यारे जय संतोषी मैया, शुक्र वार सोला व्रत जो करे

तुम कृपा करो महारानी जन पर कृपा करो, सब पर कृपा करो जन पर कृपा करो, दुखियो की तुम दाता

कहानी वैष्णो रानी की …कहानी वैष्णो रानी की … कहानी वैष्णो रानी की …कहानी वैष्णो रानी की … तीन पिंडी

किसने सजाया तुझको मईया, बड़ी प्यारी लागे बड़ी सोहनी लागे, फूलो की कलियाँ सजी माँ तेरे दरबार में, इतर की

ढ़ोलक चिमटा लै के दाती आ गए तेरे द्वार तेरी बोला जय जैकार मैं तेरी बोली जय जैकार खाली नी

मेरी माँ नु गिनती नही आउंदी॥ ईक मंगीये लख फड़ानंदी ए॥ मेरी माँ नु गिनती नही आउंदी॥ लखा नु दे

नाचे छमा छम काली ये मइयां नाचे छमा छम काली रे, पिये लहू की प्याली जे मइयां पिये लहू की

तेरे जीवन में खुशिया तमाम आयेगे लेले माँ की दुआए यही काम आयेगे नो महीने तन के सांचे में ढालती

चल चलिये दरबार मैया दी चल चलिये, चल करिए दीदार मियाँ दे चल चलिये, चल चलिये दरबार…… उचियाँ पहाडा दियां

मैया अमर कंटक वाली तुम हो भोली भाली, तेरे गुणगाते है साधू बजा बजा के ताली,. मैया अमर कंटक वाली