तेरा सोहना माँ दरबार होवे
तेरा सोहना माँ दरबार होवे, इक तू हॉवे इक मैं होवा, ओ तेरे गल फुला दा गार हॉवे, इक तू
तेरा सोहना माँ दरबार होवे, इक तू हॉवे इक मैं होवा, ओ तेरे गल फुला दा गार हॉवे, इक तू
चरना च मियां तेरे जिंदगी गुज़ारदा, हुँदा जे फूल तेरी आरती गुजार दा, चरना च मियां तेरे जिंदगी गुज़ारदा आऊं
मैया तेरी आरती से अंधेरा टले भक्त की अंधेरे घर में रोशनी जले। जय जय भवानी मैया जय जय भवानी॥
पा दे चिठियाँ साहनु दर ते भुला के शेरावालिये मुरदा वंड दिन मिठियां, आगे सोहन वाले चल नैना देवी तू
तूने सबके काज, ‘सवारे माँ ll’, कभी मेरे भी सवारो, तो जानू xll (मेरे काज सवारों तो जानू xll )
माँ बैठ तेरे पास तुझे देखता रहूं बैठ तेरे, तू कुछ कहे ना मैं कुछ कहु, माँ बैठ तेरे पास
आज जगराता है मैया का, आज जगराता है आई खुशिओं भरी यह रात, आज जगराता है मेरे बस में नहीं
भाग जागे ने मेरे मियां घर मेरे आई है, संता महंता भगता रोनका भी लाइ है, सोहने रंगे शेर उते
झूला झूलो मोरे अंगना , झूलो महामाई रे, चन्दन का झूलना रानी अंगनवा सजाई रे, रेशम की डोर रानी झूलना
दरबार तेरा दरबारों में, इक ख़ास एहमियत रखता है, जा चीज उसे मिल जाती है, जो लेने की नीयत रखता