बुहा खोल के रखना माँ
बुहा खोल के रखना माँ की अज तेरे लाल ने आना है, सब को बोल के रखना माँ, की आज
बुहा खोल के रखना माँ की अज तेरे लाल ने आना है, सब को बोल के रखना माँ, की आज
दर्शन बिन अख्खियाँ तरस रहियाँ हो तरस रहियां नि माये बरस रहियां, दर्शन बिन अख्खियाँ तरस रहियाँ वन वन डुंडा
माँ शेरावालिये आया तेरे द्वारे, दुःख हर लो सारे मंदिर तेरे दिया ठंढियां हवावा, छेटी तू बुला ले दाती मैं
नवराते नौ दिन के आये है माँ, आये नवराते देवी माँ तै भी आजा मेरे अंगना में, दुर्गा माँ काली
तेरी रहमत का जग जनंनी सब पे छाया है, इसी लई तेरे चरणों में माँ सब को झुकाया है, मैं
हम नाचे गे हम गाये गे, मेरी मईया के दरबार में, हम झूमे गे हम नाचे गे, मेरी मईया के
मैंने, सब कुछ पाया दाती, तेरा दर्शन पाना, बाकी है ll *मेरे, घर में कोई कमी नहीं ll, बस तेरा
ਮੇਰੀ ਆਸ ਮੁਰਾਦ ਪੁਚਾ ਦਿੱਤੀ, ਝੋਲੀ ਭਰ ਦਿੱਤੀ ਮੇਰੀ ਮਾਰਾਣੀ । ਦਿੱਤੀ ਆਪਣੇ ਚਰਣਾ ਚ ਥਾਂ ਮੈਨੂੰ
रूतवा तेरी शक्ति का, सारे संसार में, सारे संसार में, आज भी है और कल भी रहेगा । चर्चा यही
लेना की भला असि दर दर फिरके, जग दे रिश्तेया ते नातेया च घिरके, लाया नहीं जींदडी नु माया वाला