चलो चलिये मेले ते शेरावाली ने आप भुलाया
चलो चलिये मेले ते शेरावाली ने आप भुलाया, तेरे सोहनिया भगता ने तेरे दर ते भंगड़ा पाया, सब दियां आसा
चलो चलिये मेले ते शेरावाली ने आप भुलाया, तेरे सोहनिया भगता ने तेरे दर ते भंगड़ा पाया, सब दियां आसा
माँ झंडेया वाली दा अजब भी कमाल मैनु करता मालो माल, सारा बदल दिता मेरा हाल हर मुश्किल हल हो
कई पैदल कई साईकला लेके कई मोटर कारा विच बह के, पहुंचे तेरे दरबार दातिए कर किरपा दे दर्शन इक
चित करदा रहिये ओहदे कोल माँ दे मंदिरा दी शान बड़ी अनमोल., उस दी नजर सवली हो जे उजड्या गुलशन
किरपा तेरी नाल जागा रचा लिया, कटरे तो तनु कर अरजा भुला लिया, ज्योत तेरी जवाला जी तो आई शेरावालिये,
माँ की आरती गाने वाला दुःख से मुक्ति पायेगा, इक न इक दिन उसको माँ का दर्शन भी हो जाएगा,
घनन घनन घन घंटा वाजे चामुंडा के द्वार पर रुकी जहां पर काल रात्रि चण्ड मुण्ड को मारकर घनन घनन
लांगुरिया धोखे बाज़ रेल मे लुट गई रे लांगुरिया, लूट गई रे लांगुरिया में तो लूट गई रे लांगुरिया, लांगुरिया
सारी दुनिया दा छड़ के ख्याल आ गये, शेरावालिये द्वारे तेरे लाल आ गये, कर किरपा किरपालूमाता बदल दे साढ़े
तू इतनी दूर क्यों है माँ बता नाराज क्यों है माँ, मैं तेरा हु बुलाले तू गले फिर से लगा