लो आ गई वैष्णो माँ आज जगराते में
लो आ गई वैष्णो माँ आज जगराते में, मेरी शेरोवाली माँ आज जगराते में, फुला दी सहज सजाओ माँ न
लो आ गई वैष्णो माँ आज जगराते में, मेरी शेरोवाली माँ आज जगराते में, फुला दी सहज सजाओ माँ न
और क्या क्या तुझसे मांगो मेरी माँ, बिन मांगे ही माँ तूने सब दे दियां, वैष्णो देवी माँ तेरी ऐसी
सपने में मेरे सपने में तेरा दरबार आता है माँ, हे भरोसा मेरा प्यार मुझको तेरा अब भुलाता है माँ,
मैया जी मैनु रख चरना दे कोल , मेरा मन कदे वी डोले ना, कदे वी डोले न, मैया जी
सोहना दर शेरांवाली दा, सोहना दर मेहरावाली दा मैं दर्शन करके आया, सोहना दर शेरांवाली दा भगत चडाईया चडदे जावन,
जदो पोह दियाँ ठंडियाँ हवावा चलियाँ, बचियाँ नु चिठियाँ मियाँ ने घलियां, जागी ममता ते दिला च उबाल आ गये
मेरी मैया शेरोवाली मेरी मैया भोली भाली, तेरे नाम की घर में जो भी ज्योत जगावे है, मेरी मैया नैया
तेरा भावना ते दातिये जैकारे लग दे , भूल अपनी जिंदगी दे दुखड़े सारे भगत प्यारे नच्दे माँ, तेरा भावना
जे पूत केह के बुला लेंगी तेरा की जाना है, जे गोदी विच बिठा लेंगी तेरा की जाना है, जे
थारी लाल चुनरियाँ प्यारी अब मुख मंडल की न्यारी, मुकट जिया थारे चमके थारो रूप सुहानो दादी भगत वार वार