इक जुग से मे तरसा शेरावालिये
इक जुग से में तरसा शेरावालीये दर्शन को तेरे में ज्योतावालिये, पहाड़ावालीये दिलासवालिये इक जुग से में तरसा शेरावालीये, दर्शन
इक जुग से में तरसा शेरावालीये दर्शन को तेरे में ज्योतावालिये, पहाड़ावालीये दिलासवालिये इक जुग से में तरसा शेरावालीये, दर्शन
आ गई मेरी माँ की सवारी, संग बजरंगी भैरव बलकारी, आओ माँ के दर्शन करो बारी बारी, आज जागे गी
ढोल भाजे माये नि तेरे ढोल भाजे, संगत नाचे माये नि तेरी संगत नाचे, शेरो वाली मेहरो वाली सब की
मैया जागे विच आये ते कमाल हो गई खाली झोली मेरी मैया माला माल हो गई मैया दे द्वारे उते
हे आंबे जगदम्बे माँ बिटिया पुकार लगाये, बिटियाँ है आज खतरे में माँ आकर हमे बचाए हे आंबे जगदम्बे माँ
तेरी भोली सूरत मन भावे है मैया जी, मेरे मन भाई मेरे मन में समाई, मन में समाई मन में
जो बैठे चरणों में तिहारे उसे वाणी का वरदान मिले, माँ तू जिसकी और निहारे उस गुनियो में अस्थान मिले,
ढोलक वजदी छेने वजदे गूंज रहे जयकारे, भंगड़ा पौंदे ने माँ दे भगत प्यारे….. माँ दे भोले भगता ने आज,
हमनी के छोरी के नगरिया नु हो कहवा जयेबू ए माई , तुही त हउ मोहे महतरिया नु हो कईसे
नित खावा पीवा मौज करा नित ख़ुशी मनावा, जद झंदियावली नाल मेरे मैं क्यों घबरावा, मेनू एक भरोसा दाती ते