माँ वीणा पानी हो
माँ वीणा पानी हो, विद्या वरदानी हो, मेहरो वाली हो, ओ माँ ओ माँ ओ माँ ओ माँ , अपने
माँ वीणा पानी हो, विद्या वरदानी हो, मेहरो वाली हो, ओ माँ ओ माँ ओ माँ ओ माँ , अपने
मैं लड़ फड़िया माँ तेरा, कोई होर नहीं माँ मेरा ll तेरे हुंदियाँ माँ चिंतापुरनी ll,, न बने तमाशा मेरा,
आज अष्टमी की पूजा करवाउंगी ज्योत मैया जी की पावन जलाऊंगी हे मैया, हे मैया, सदा हो तेरी जय मैया
मैं दीवानी मैं दीवानी, तेरे नाम की दीवानी शेरावाली माँ, तेरी महिमा मैंने जानी शेरोवाली माँ, तेरी ज्योत का कैसा
सारा जगत तेरी महिमा गावे दर्शन के इंतजार में, जय माँ दुर्गे जय माँ दुर्गे हो रही संसार में, ब्रह्मा
भक्तो को दर्शन दे जाओ, शेरा वाली पहाड़ो वाली जागे में माहरे आ जाओ, जोत जलाई थारो भवन सजाओ, थारे
राधे नाम पतवार तो क्या करे पतवार, ये जीवन बह जाने दो राधे रस दार में, राधे नाम की लगी
चिठ्ठी माई दे भवन तो आयी, लोको मैं दीवाना हो गया दिल नचेया ते आँख भर आयी, लोको मैं दीवाना
आजा माँ दो घड़ियाँ करा गे गला बड़ियाँ, दुःख सुन दिया मावा होर कीह्नु जा सुनावा, अखा तेरिया रावादे विच
मईया ओ मईया, तेरी चुनड़ में सजाऊंगी चुनड़ तारो जड़ी होगी, मोतियन की लटकन होगी लाल लाल चुनड़ मेरी, मईया