ये ज़मीं गा रही है आसमां गा रहा है
ये ज़मीं गा रही है आसमां गा रहा है माँ की महिमा को सारा जहाँ गा रहा है , वॄहमा-विष्णु
ये ज़मीं गा रही है आसमां गा रहा है माँ की महिमा को सारा जहाँ गा रहा है , वॄहमा-विष्णु
जो प्यार लुटाती है दुनिया के दुखियो पर यो प्यार लुटाती है. वो अष्टबुजा वाली जगदम्बे दाती है दुनिया के
किसने रचाई मेहँदी हाथो में, तेरा किसने किया शृंगार दरबार प्यारा लागे रे, लाल लाल तेरी चुनड़ियाँ लाल लाल तेरी
विद्या की देवी तू दानी महान, तेरे ही गुण गाये सारा जहान, हंस की सवारी है माँ शारदे, अम्बे तू
दर ते आवां हाल सुणावा, दाती कर मेहरबानीया, माँये अम्बे कर मेहरबानीया, सड गये मेरे कर्म वलङे दुखा ने फेरीया
ऊचे ऊचे पहाड़ो वाली मेरी मैया शेरोवाली, आजा करके सिंह रुत आई नवरातो वाली,ही गूंज रही जय कारी सजी है
पल्ला फडेया संदुरी माये तेरा द्वारा तेरा नहियो छड़ना, तेरे चरना च लाया पका डेरा द्वारा तेरा नहियो छड़ना खोटेया
जय,,, जय जय माँ, जय,,, जय जय माँ lll जय काली,,, कलकत्ते वाली,,, तूँ ही माँ दुर्गा,,, तूँ महाँकाली,,, l
मेहँदी लगाई तुझको और मैं लाल हो गया चुनरी उड़ा के मैं भी माला माल हो गया जब से मेरी
है जग में उचा नाम हमारी आंबे रानी का, मैया रानी का हमारी आंबे रानी का, पर्वत पे पवन धाम