
मैं गुण गाऊ माँ तेरे संकट हरलो मेरे
मैं गुण गाऊ माँ तेरे संकट हरलो मेरे नही कोई मेरा बिन तेरे संकट हरलो मेरे संकट हरलो मेरे संकट

मैं गुण गाऊ माँ तेरे संकट हरलो मेरे नही कोई मेरा बिन तेरे संकट हरलो मेरे संकट हरलो मेरे संकट

मैया जैसा जग के अंदर होर न लोको कोई, सब नू लोको खैरां वंडदी खाली न जांदा कोई, तू ही

दर पे माता के ममता बरसती है, जो पुकारे उसी की सुनती है, उसे दौलत से कोई क्या रिजायेगा, सब

करती ताडंव काली क्रोध मे आकर के, करती ताडंव काली क्रोध मे आकर के, लाखों पापी तारे तूने अपनी शरण

मैया दोडी दोडी आजा मेरी मात आज जगराते में मैं तो तुम्हे बुलाता हु माँ आजा तू जगराते में मैया

मैया ने किया है ईमेल कल शाम चलो चले सब मैया जी के धाम जयकार लगा लो मैया जी के

माँ तेरे दरबार झुके सारा संसार, मेरी सुनले पुकार, ज्योता वालिये हो लाटा वालिये मां तेरे दरबार, झुके सारा संसार…

मेरी दाती दे दरबार ते भगत प्यारे न्च्दे ने, गाउंदे ने गुण गान ते लाऊं जयकारे नच्दे ने, मेरी दाती

मच गया गली गली में हाला आयी है मैया हमरे मोहला, माई माई मोरी माई मइहर की रानी तू शारदा

मेरी मैया के दर पे आज भंडारा भज गया रे, मेरी मैया शेरावाली दुर्गा काली दुर्गा काली, तेरे भक्त करे