
लौंग लाची दा मैं दाती
लौंग लाची दा मैं दाती लावा भोग दिन राती, तेरी ज्योत माँ जगावा पा के प्रेम वाली बाती, तेरा बनके

लौंग लाची दा मैं दाती लावा भोग दिन राती, तेरी ज्योत माँ जगावा पा के प्रेम वाली बाती, तेरा बनके

ढुंडत ढुंडत माँ के द्वारे आ गई, मात तुम्हारी झांकी मुझको भा गई, भा गई भा गई मेरी माँ, ढुंडत

धुन- फुल्लाँ दी वर्खा लाई बाबे ने नमो कालका, मात चामुंडा, नाम तेरा सुखदाई ll *नाम तेरा सुखदाई ll वक्त

मैया अमृत नाम का रत ले मनवा नाम, जीवन की हर राह में मैया लेगी थाम, मैया अमृत नाम का

जय काली माँ मेरी जय काली माँ धाये हाथ में खडक विराजे बाए हाथ में खप्पर साजे जय काली माँ

ओढ़ के लाल चुनरिया लाल मैं नाचू तेरे अंगना मे, दर पे आऊ हर साल, ओढ़ के लाल चुनरिया लाल

भगतो के घर कभी आजा शेरावाली कुटियाँ का मान बड़ा जा शेरावाली भगतो के घर कभी आजा शेरावाली पलको के

भाग जगा माँ मेरे दर्श दिखा माँ नैना देवी भेज संदेसा दर पे बुला मुझे अपना बना माँ नैना देवी

मंगता दर आवे कौन नि माँ मंगता दर आवे कौन कदे वी न टूटे जो माये एसी प्रीत लगा बैठा

तेरे दर्शन को मैया तेरे दवार पे आये है, जो तूने दिया मुझको तेरा खजाना है, इक मैं ही नहीं