स्वर्ग है उतरा धरती पर
स्वर्ग है उतरा धरती पर इक बार देख लो, त्रिपुर मालनी मैया का दरबार देख लो, शक्ति पीठ देवी तालाब
स्वर्ग है उतरा धरती पर इक बार देख लो, त्रिपुर मालनी मैया का दरबार देख लो, शक्ति पीठ देवी तालाब
पधारो मैया दर्शन की घडी आई, उबारो मैया जीवन गहरी खाई, निर्मल मन है देवेश न छल है, भक्ति का
मंदिर में रहती हो मेरी माँ कभी बाहर भी आया जाया करो मैं रोज तेरे दर आती हूँ कभी तुम
झुला तो पड़ गए अमुवा की डाल पे माँ, झुला डरे हैं अमुवा की डाल पे माँ, झूले मोरी मैया,
पिया जाउंगी शेरा वाली माँ के दर जाउंगी, मैं तो महा माई के गुण गाऊँगी हलवा का भोग लगाऊगी मैया
आजा माँ आजा माँ इक बार मेरे घर आ जा माँ, मैंने मन मंदिर में मैया तेरी ज्योत जगाई, करके
हम बच्चो से क्या हुई गलती ये तो हमे बतलाओ हम बैठे तेरी आस में मैया मैया लॉकडाउन खुलवाओ मैया
माते माते विणा धारणी माते शुभ अंतर् मन ज्ञान उर्मि सब मन में मेरे भरदे , माते माते विणा धारणी
अरि जय जगदम्बे माता मैं शरण तुम्हारी आया जब जब कष्ट पड़े भक्तो पर तब तब कृपा करि माँ उनपर
दुखो ने घेर लिया है भक्त तेरा घबराया है मैया खोल दे दरवाजा तेरा सेवक आया है तेरे दर दा