जागो हे जगदम्बे जागो हे ज्वाला
जागो हे जगदम्बे जागो हे ज्वाला, जागो हे दुर्गे माँ, जागो प्रित्पाला। भगत जानो ने तेरे दर पे डेरा डाला,
जागो हे जगदम्बे जागो हे ज्वाला, जागो हे दुर्गे माँ, जागो प्रित्पाला। भगत जानो ने तेरे दर पे डेरा डाला,
सब दरवाजे बन्द पए सी खुली सी इक मौरी मै औथो दी आ गई नी दातिए घर वालिया तौ चोरी
सूंदर सा मुखड़ा तेरा प्यारी सी मुस्कान है, दिव्ये तेरा रूप है रूप बड़ा खूब है माँ की गज़ब शान
बोलो बोलो जी सारे मिल के जयकारे शेरा वाली के बोलो बोलो जी सारे मिल के जयकारे झंडेवाली के बोलो
सावन की बरसे रिमझिम बुहार पेड़ो पे झूलो की लगी कतार, गोरा झुला झूल रही भोले नाथ संग को हो
आ गए, दाती दे दरबार, दीवाने आ गए ll दाती दे दरबार, दीवाने आ गए आ गए, दाती दे दरबार……
आके तेरे द्वार रानी मिट गए सारे गम मुझ पे भी माँ करदो कर्म ओ हे मेरी संतोषी माता कर
माँ की धुन में रेहता हु जय माँ जय माँ केहता हु हर पल माँ का शुकर मनाऊ, माँ की
ना कोई चिंता ना कोई भय कालका माई तेरी सदा ही जय जय काली जय जय माँ जय काली तू
तेरा बेटा तुझे पुकारे जरा दर्श दिखा देना, राह में कभ से खड़ा हु मेरी बिगड़ी बना देना, माँ शेरावालिये