महिमा निराली जग में छाई है मइया
महिमा निराली जग में छाई है मइया बीच भंवर में मोरी अटकी है नईया। मंगल करनी कल्याण कारी हाथ में
महिमा निराली जग में छाई है मइया बीच भंवर में मोरी अटकी है नईया। मंगल करनी कल्याण कारी हाथ में
माँ तेरी पावन ज्योत जगाई ओ माँ शेरोवाली, माँ तेरे चरणों में लगन लगाई ओ माँ ज्योतावाली, जय अम्बे जगदम्बे
जो भी धाम चन्दीपुर में आता भाग्य जग जाता है वो जीवन का सारा सुख है पाता भाग्ये जग जाता
ऊँचे पर्वत मैया का दरबार है, भक्तो का यहाँ होता बेडा पार है, मइया मेरी आद भवानी जगदम्बे, इसके चरणों
पावन ये द्वारा है सबसे निराला है तेरे चरणों में झुकता संसार सारा है मैं भी आया हु दरबार माँ
जगमग ज्योत उजारी, ओ मैया तेरी जगमग ज्योत उजारी। सूरज चंदा नवल पदार्थ, जाग्रत ज्योत के हैं सब बालक मैया
मेरी कलिका मइयां मैनु तेरा सहारा है माँ, गुफा विच छावा विच ठंढियां हवावा विच तेरा ही नजारा है माँ,
तेरा मेरा मेरा तेरा साथ है निराला । ये दुनिया जले तो जले, मईया जी मेरे संग रहना ॥ पग
माँ दिया ज्योता च वसदा रूप माई दा, जगमग जगमग ज्योत जो वाला रूप निराला माई दा, माँ दिया ज्योता
शेरावाली दे दरबार ते , नच लेण दे मेहरावाली दे दरबार ते , नच लेण दे मैनु मईया दे दरबार