ना डोर लगी न खम्बा झूला झूल रही अम्बा
ना डोर लगी न खम्बा झूला झूल रही अम्बा, तीन लोक में गह्यो अचमबा घयो रे अचम्बा, बरसे मेगना चली
ना डोर लगी न खम्बा झूला झूल रही अम्बा, तीन लोक में गह्यो अचमबा घयो रे अचम्बा, बरसे मेगना चली
शेरो पे माँ करके सवारी अपने भग्तो के घर माँ पधारी, ढोल नगाड़े बजादो रे ताली आई आई मेहरवाली देखो
कब से खड़े है दर पे माँ अब तो दर्श दिखा दे, धन दौलत न मांगू तुझसे माँ, अब तो
एना आखियॉ नु लेन दे नजारा मैये नी थोडी देर ठहर जा, वेला मुड नई यो औना ए दोबारा मैये
सारि दुनिया ने ठुकराया मैं तेरे दर पे आया , बनालो मुझे दास भोली माँ एहि है अरदास भोली माँ,
मैं तेरी कमली हो गई आ माँ तनु तरस जरा नहीं आया, तेरी जोगी रह गई माँ तनु तरस जरा
साँचा तेरा नाम तेरी शरण में आके मैया बनते बिगड़े काम, माँ अम्बे रानी तू है कल्याणी सब को अपनाया,
तेरे बाजो दातिये ने साडी काहदी शान है, आजा इको बार माँ उडीकदा जहां है, सुन के पुकार साडी आजा
उड़ूँ आसमान में माँ बन के पतंग तेरी, छोड़ न देना कही डोर तू मेरी, मिला है सहारा मुझे मैया
कावां वे कावां तेंनु कूट कूट चुरिया पावा, के अज माई आवे गी के ना, कावां वे कावां तेंनु कूट