
तेरी महिमा है जग से निराली
तेरी महिमा है जग से निराली ओ मईया तेरी जय हॉवे, ओ मईया तेरी जय होवे ओ मईया तेरी जय
तेरी महिमा है जग से निराली ओ मईया तेरी जय हॉवे, ओ मईया तेरी जय होवे ओ मईया तेरी जय
छोटी छोटी कंजक के पांव में पायल, बोले छन छनान छन, जयकारे मैया के बोल रहे है मैया रानी के
माता का जगराता होगा मईया के गुण गयेंगे, आंबे मात तेरे दर पे आके श्रद्धा सुमन चढ़ायेगे, माता का जगराता
शेर पर बैठी मेरी मातारानी आजा तू मेरी शेरावालिये, ज्योत जैसे चमक ने वाली आजा तू मेरी ज्योता वालिये, जब
दर ते आवा गये तेरे सालो साल नि माये , पुरे करदे तू मेरे भी सवाल नि माये, दर ते
माँ अक्षर कितना प्यारा माँ से सुख मिलता सारा, माँ अक्षर फिर ना होता तो माँ न कहता ये जग
ना डोर लगी न खम्बा झूला झूल रही अम्बा, तीन लोक में गह्यो अचमबा घयो रे अचम्बा, बरसे मेगना चली
शेरो पे माँ करके सवारी अपने भग्तो के घर माँ पधारी, ढोल नगाड़े बजादो रे ताली आई आई मेहरवाली देखो
कब से खड़े है दर पे माँ अब तो दर्श दिखा दे, धन दौलत न मांगू तुझसे माँ, अब तो
एना आखियॉ नु लेन दे नजारा मैये नी थोडी देर ठहर जा, वेला मुड नई यो औना ए दोबारा मैये