मैं बछड़ा भागा वाला
मैं बछड़ा भागा वाला मैनु माँ ने कोल बुला लेया मैं दूर दूर सी रेन्दा ,
मैं बछड़ा भागा वाला मैनु माँ ने कोल बुला लेया मैं दूर दूर सी रेन्दा ,
सांचा है प्यार तेरा सांचा है द्बार माँ भगतो को मिल रहा है तेरा दुलार माँ सांचा है प्यार तेरा
तेरे दर पे सर झुकाया और सब कुछ पा लिया, तूने मुझ गरीब को अपना बना लिया तेरे दर पे
आज नहीं तो कल मुझको तू, अपने द्वार भुलायेगी, माँ अपनी बेटी की तुझको याद कभी तो आयेगी, आयेगी आयेगी
काली काली रात में काली, जब धरती पर आये आये, रूप भयंकर देख के भेहरो, काले ध्वजा लहराए आये, काली
खपर वाली कालिका मैया तेरे दर पे आये है, तेरे दर पे आये है मुरादे हम भी लाये है, यो
मई हर वाली माँ तू ही माँ काली माँ, तेरे दर्शन को मैयां हम भी कब से तरसे है, देर
हम नैना बिछाए हैं, कि मैया, आ जाओ आज जाओ, मां आ जाओ….. मैया तुम हो बड़ी दयालू कृपा कर
मेरी झोली छोटी पड़ गई रे इतना दिया मेरी माता मेरी बिगड़ी माँ ने बनाई सोई तकदीर जगाई ये बात
दो नैना मैं बस गया मेरे चसका इन दरबारा का मेरी मैया मेरी मैया मेरी मैया सामने आजा सै जब