आज म्हारे आँगनिये दशा माँ पधारिया
तर्ज- मालिया माँ ना आशीर्वाद … हो…माँ..हो….मेरी माँ.. दशा माँ…. है..आज म्हारे आंगणिये दशा माँ पधारियां दशा माँ पधारियां ,
तर्ज- मालिया माँ ना आशीर्वाद … हो…माँ..हो….मेरी माँ.. दशा माँ…. है..आज म्हारे आंगणिये दशा माँ पधारियां दशा माँ पधारियां ,
एक चिठ्ठी आई है माँ ने भिजवाई है, संदेसा आया है माँ का आया है भुलावा, सब हो जाओ त्यार
माँ तेरे प्यार पे है हक मेरा, ला देदे मुझको गुड लक मेरा माँ तेरे प्यार पे है हक मेरा,
” मैं सब दर घूम के देख लऐ , बंगलामुखी जेहा कोई दरबार मिलीया मैनू सारे ही गम भूल गये
काढ दे मसानी भुत घनी दुख पाई मैं कोई कहे भुत कोई केह से कनेड़े दो दो किल्लो बैठी बैठी
मालिने बनादे एक सेहरा नी, माता वैष्णो के आए नवरात्रे। माता वैष्णो के आए नवरात्रे नी, शेरावाली माँ के आए
बैठी उची पहाड़ियां मइया ओडे लाल चुनरी लाल चुनरी हो गोटेदार चुनरी बैठी उची पहाड़ियां मइया ओडे लाल चुनरी उची
भेजा है बुलावा मैया ने, तेरे धाम को जाऊगी, मैया के चरणों में मैं अपनी उम्र बिताऊ गी, भेजा है
देवी दुर्गे उमा विस्व जननी रमा मा तूतारा, एक जगदम्बा तेरा सहारा, है तुम्ही वैष्णवी मोह माया, तूने सारे जगत
चर्चे बड़े माता तेरी रेहमत कमाल दे, मैं बे औलाद हां मेरी गोदी च लाल दे खिड़ियाँ न फूल क्यों