
छम छम बाजे मैया के पायलिया
चांदी के पायलिया तोहरी सोने के कंगनवां मैया छम छम बाजे ना चम चम चमकत बा लीलरवा मैया छम छम

चांदी के पायलिया तोहरी सोने के कंगनवां मैया छम छम बाजे ना चम चम चमकत बा लीलरवा मैया छम छम

दिया बाटी के जाने माँ महिमा दरबार की, आता माहि राख कालजो रोज उतारू आरती, दिया बाटी के जाने माँ

मैया जी मेरे दिल का पूरा अरमान हो, तेरे मंदिर के आगे मेरा माकन हो मेरे दरवाजे के आगे हो

प्यासी अखियाँ नु मैया दा दीदार चाहिदा, प्यार चाहिदा माँ तेरा प्यार चाहिदा, झोली अड़ के मैं लोक कोलो न्हीय्प

रिश्ते नाते मोह माया सब छोड़ छाड़ के आजा वैष्णो माँ के धाम भगता दौड़ दाड़ के, आ दर पे

मैया के आये नवराते मेहर बरसते , खजाने खोल कर माँ बैठी, शहर शहर जगराते भगत करवाते खजाने खोले माँ

अम्बे जी भैरुनाथ जगावे, भवानी ने भैरुनाथ जगावे, मैया जी भैरुनाथ जगावे, लटपट पेच सिराने लटके,अंत्र सुगंध ही आवे। कर

रूत गई मैया मेरी जाने किस बात से, पिगले न आंसुओं की बरसात से, सही न जाएगी ओ माँ मुझसे

मैंनु मैया के दरबार में नचने दे नचने मत रोक डोलियाँ डोल डोल तू भजने दे भजने दे, मैंनु मैया

यूँ मुँह ना मोड़ो माँ, सुन लो मेरी पुकार, आ गया आ गया आ गया वो दवार, यूँ मुँह ना