
आओ मात जी तवाडा मंदर सजाया ऐ
आओ मात जी तवाडा मंदर सजाया ऐ ज्योत जगाके तवानू घर च् बुलाया है चंदन दी चौकी उत्ते आसन बिछाके

आओ मात जी तवाडा मंदर सजाया ऐ ज्योत जगाके तवानू घर च् बुलाया है चंदन दी चौकी उत्ते आसन बिछाके

मैनु कमली न चज माये आ गया, जदो दी तेरे लरह लग गई, तेरे नाम वाला झोला गल पा लिया,

इको गल मणि निगहा मेहर वाली पाई रखी, झंडे वाली माँ रंग अपना चढ़ाई रखी, दर पे झुके जमाना सारा

सुमर चलो दोई बिरिया आ रे, जगदम्बा लगे है बेडा पार रे अत्र की तो दो दो शीशिया रे ,

तेरा रज रज शुक्र मनावा मैया जी तेरी वारि जावा तेरे बलिहारी जावा, शेरावाली माता मेरी बिगड़ी गल बना दे,

अमृत की बरसे फुहार मैया तेरे मंदिरो में, मांगता मुरादे संसार मैया तेरे मंदिरों में, कभी तू स्वलियो को खाली

आजो सारे रल मिल खींच लो त्यारी, लग गया नम्बर ते आगि साड़ी वारि, ढोल नाल लेके शेरावाली दर जाना

माँ अम्बा जगदमा माँ काली शक्तिशाली, देवी दयालु दुर्गा किरपालु माँ मुरदे पूरी करदे बैठा है सवाली, माँ अम्बा जगदमा

नाच नाच के होते नहीं है बसत, मई के भक्त बड़े ही मस्त, माँ के नाम का अमृत पीते, माँ

आ मेरी दुर्गे आ मेरी काली, आ मेरी मैया खपर वाली, आज शनि को तेरा जगराता, तू दर्शन देने आ