गणपति गणेश को मेरा प्रणाम है
गणपति गणेश को, उमा पति महेश को मेरा प्रणाम है जी, मेरा प्रणाम है जी अनजानी के पूत को, राम
गणपति गणेश को, उमा पति महेश को मेरा प्रणाम है जी, मेरा प्रणाम है जी अनजानी के पूत को, राम
माँ गौरां दे लाल सहनु बचेया नु दर्श दिखा, रूतबा तेरा कमाल सहनु बचेया नु दर्श दिखा, माँ गोरा दे
गोरा ढूंड रही किसी ने गजानन देखा गोरा तेरा लाल हमें ब्रह्कुरी में देखा वेद सुनाते हुए गोरा तेरा लाल
ॐ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ। निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥ हे विघ्न विनाशक जय हो! शुभ मंगल कारक जय
महारा प्यारा रे ग़ज़ा नन्द आई जो, हे रिद्धि सीधी ने साथ लाइ जो जी, महारा प्यारा रे ग़ज़ा नन्द
देवो के तुम देव गजानंद करदो जरा उपकार, हाथ जोड़ विनती करते है आओ सजा दरबार, देवो के तुम देव
गजानन पूरण काज करो, सफल हमारा ये आयोजन, हे महाराज करो, गजानन पूरण काज करो विघ्न हरण मंगल के दाता,
गजानन शम्बू के नंदन तेरी जय हो सदा जय हो ये शीश पर मोर मुकुट सोहे देख ऋषियो का मन
वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभा । निर्विघ्नं कुरु मे देव, सर्वकार्येषु सर्वदा ॥ गणपती बाप्पा मोरया, मंगल मूर्ती मोरया xll-ll मोरया
मोर्य रे बप्पा मोर्य रे मोर्य रे बप्पा मोर्य रे मोर्य रे बप्पा मोर्य रे मोर्य रे बप्पा मोर्य रे