
चूहा पे बैठ गये गणराजा
चूहा को बजा गया बैंड बाजा, चूहे पे बैठ गये गणराजा माथे मुकुट गले मोतियां की माला, कनन में कुण्डल

चूहा को बजा गया बैंड बाजा, चूहे पे बैठ गये गणराजा माथे मुकुट गले मोतियां की माला, कनन में कुण्डल

प्रथमे गुरूजी को वंदना द्वितीये आदि गणेश त्रितिये सिमरु शारदा मेरे कारज करो हमेश आओ आओ गजानन गणेश जी आओ

चार भुजा धारी जी मुसे की सवारी, गणपति देवा तेरे जाऊ बलहारी, चार भुजा धारी…. चार युगो से चार भुजाये

घर में आन विराजो मेरे देवन के सरताज, किरपा करदो झोलियाँ भर दो करदो पूरन काज, तेरी जय हो गणेश

आओ गजानन प्यारे गिरिजा के दुलारे ॥ सब देवन में देव कहाए पूजो चरण तुम्हारे गिरिजा के दुलारे ॥ हरी

गौरी के लाड़ले महिमा तेरी महान, करता है सबसे पहले पूजा तेरी जहान, गौरी के लाड़ले महिमा तेरी महान, चंदन

मैं नादान मैं अनजान करो कल्याण करो कल्याण, मेरे अंग संग रह के हमेश, जै गणेश जै गणेश, जै गणेश,

गणपति देवा तेरी जय जय कार, तेरे ध्यान में जो भी डुभे वोही उतरे पार, गणपति देवा तेरी जय जय

की वंदना पहले गणपत की, लाया वही थाली पूजन की, की वंदना पहले गणपत की, प्रथम कर्त है पूजा तुम्हारी

आये तेरे दर हम खड़े है हाथ जोड़ कर कर दो तुम किरपा भटके न हम दर बदर्द, तू तो