आओ पधारो गौरा के लाला
(तर्ज :- कहता है जोकर) आओ पधारो, गौरा के लाला, आके सभा में कर दो उजाला, आओ चतुर्भुज, आओ गजानन,
(तर्ज :- कहता है जोकर) आओ पधारो, गौरा के लाला, आके सभा में कर दो उजाला, आओ चतुर्भुज, आओ गजानन,
प्रथम तुला वंदितो कृपाळा, गजानना, गणराया विघ्नविनाशक, गुणिजन पालक, दुरित तिमिर हारका सुखकारक तू, दुःख विदारक, तूच तुझ्यासारखा वक्रतुंड ब्रम्हांडनायका,
बजाओ रे बाजा बजाओ बाजा जीत गये जीत गये देखो घनराजा, गजब हो गा राजा,जीत गये देखो घनराजा, दोनों भाइयो
गोरा के लाल करदो कमाल , अब के बरस कुछ ऐसा कर दो, सारे नगर में हो जाए धमाल, हे
बोलो जय जय गणेश बोलो जय जय गणेश, हो जांदा है जनम सुखला मिट जन्दे कलेश, गोरा माँ दा एह
गली गली में धूम मची है,और चारो दिशा में मेला, घर में पधारो ओ देवा गजानन घर में पधारो ओ
पधारो गणपति जी महाराज, पूरण करीयो सब के काज गणपति जी महाराज पान पुष्प हम तुम्हे चडाये लडूयो का तुम्हे
गणपति मेरी बिगड़ी बना दो काट दो मेरे गम के ये साये, लेके फर्याद दर पे खड़ी हु बस तुम
आ गए गणपति खुशियां मनाइये, गोरा के लाल को मिल कर मनाइये, शंकर के लाल को मोदक खिलाइये, सिर चरणों
ओह देवो के राजा गणपति महाराजा , आजा आजा गणपति महाराजा, रिधि सीधी के दाता तुम हो, सबके भाग्येविदाता तुम