जय गणपति गण राजा प्रणाम मेरा स्वीकार करो
जय गणपति,गण राजा, प्रणाम मेरा स्वीकार करो तुझे मनाऊ मै, गुण तेरे गाऊ, हर दम तेरा नाम ध्याऊ करो कृपा
जय गणपति,गण राजा, प्रणाम मेरा स्वीकार करो तुझे मनाऊ मै, गुण तेरे गाऊ, हर दम तेरा नाम ध्याऊ करो कृपा
पत रखियो गोरी के लाल लाज रखियो गोरी के लाल गोरी के लाल है वीर दयाल पत रखियो गोरी के
देवा हो देवा हो गणपति देवा, सीधी विनायक हो जय गणेश देवा, करते मुसक सवारी हे घनराजा, मेरे घर में
पारवती मैया जी दी अखियां दा तारा है, शिव जी दा पुत्र एह सब न प्यारा है, सारिया तो पहले
मेरे बना दो काम गणेशा तुम को मेरे परनाम तुम को मेरे परनाम गणेशा, हो देवा भजती हु सुबहो शाम
सारे कष्ट को हरने वाले सुन ले मेरी पुकार हे दुःख भंजन शिव् के नंदन लीला तेरी है अपार तेरी
गिरजानंदन शिव के दुलारे, रिधि सीधी के दाता प्रथम पुजियो हो तुम देवो में कार्तिके के भराता, गिरजानंदन शिव के
सिद्धिविनायक अति सुख दायक सबके हितकारी, कष्ट निवारे पार उतारे ऐसे उपकारी, ज्ञान भुधि यश देने वाले प्रेम दर्श दिखलाते,
हे गजानन बतादो मुझको ज़रा, मेरी पूजा में कोई कमी तो नही , रिधि सीधी के दाता बताओ जरा ,
देवो के महाराज घनपति देवो के महाराज, सब से पेहले तुम्हे मनाये पूरण कर दो काज गणपति देवो के महाराज