उर में पधारो मेरे
उर में पधारो मेरे गजानन उर में पधारो मेरे , कर रहे वंदन तुम्हारे गजानन उर में पधारो मेरे, माता
उर में पधारो मेरे गजानन उर में पधारो मेरे , कर रहे वंदन तुम्हारे गजानन उर में पधारो मेरे, माता
जय हॉवे जय हॉवे जय हॉवे, गोरी सूत गणराज तुम्हारी जय हॉवे, तुम हो विद्याता ज्ञान के दाता पहले पूजा
मेरा गणपति मुझको प्यारा है सबका ओ पालन हारा है रिद्धि सिद्धि नवनिधि के दाता सुखी संसार हमारा है हे
हे गोरी माँ नंदन अभिनन्दन मेरा वंदन स्वीकार करो, तेरे चरणों में नित वंदन तेरे चरणों में मेरा वंदन, हे
तू ही ज्वाला सा है तू ही ज्वाला सा है मेरे देवा है मुसवारी तेरी सारे अंधेरो में तू उजाला
महाराज गजानन आओ जी भरी सभा में रस बरसाओ जी, रन्त भवर से आओ गजानन रिद्धि सीधी संग लाओ जी,
ला लो गनपत जी साडा भोग गरीब दा, ला ले लंम्बोदरा सादा भोग गरीब दा, भोग गरीब दा जी भोग
आओं गोरा के लाला मेरे घर में करो उजाला, संग तुम्हारे रहे लक्ष्मी पिता है डमरू वाला रे आओं गोरा
गौरी लाल सब नूँ निहाल कर दिंदा ऐ, हल सारे दिलां दे सवाल कर दिंदा ऐ, सारेया तों पहला सारे
गोरी के लाला रखियो जी रखियो म्हारी लाज जी, हाथ जोड़ थारी करू वंदना सुन लीजियो महाराज जी, गोरी के