बेगा तो पधारो गजानंद
बेगा तो पधारो गजानंद माहरे आंगणा, हो गजानंद माहरे आंगणा, हो दाता आवो पावणा हो दाता आवो पावणा, कीर्तन की
बेगा तो पधारो गजानंद माहरे आंगणा, हो गजानंद माहरे आंगणा, हो दाता आवो पावणा हो दाता आवो पावणा, कीर्तन की
गणपति तेरे चरणों की यदि धुल जो मिल जाये सच कहता हु मेरी किस्मत ही बदल जाये ये मन बड़ा
लिख देना लिख देना ओ गणपति भाग्य हमारा भी जैसे सब को दिया सहारा देना साथ हमारा भी एक तू
आँगन में आप पधारिये माँ गोरी के ललन प्रथम निम्रंत आप को करते तुम्हे नमन आँगन में आप पधारिये माँ
जी ज्वाला माँ सरसवती, मेरे हिरदे वसो हमेश, भूले अखर कंठ कर, माँ गोरी पुत्र गणेश, हे गणपति दीन दयाल,
अर्ज सुण लै गौरां दे लाल मेरी, तेरी भगत खड़ा तेरे द्वार है, कई जन्मा तो भ्प्पा मैं बटकदा, तेरे
मेरे घर आये है मेरे गणराजा, खुशिया अपार लाये मेरे गणराजा. मेरे घर देवा है आये बड़ी खुशियां ले के
जय देव जय देव जय गण राया , आया रे आया तू लौट के आया, जय हो सीधी विनायक जय
तुम ही देवता हो तुम ही मीत मेरे तुम्ही प्राण वीणा के संगीत मेरे तुम ही देवता हो तुम ही
देवा हो देवा गणपति देवा, वीगन हरण ये मंगल कारी देवो के ये देवा, गणपति देवा गणपति देवा, सब देवो