
गणपति श्री गणेश जी गोरा के लाल गणेश जी
तीनो लोक गोरी लाल समाये रिद्धि सीधी तेरे गुण गये, मिट जाये सकल कलेश जी, गणपति श्री गणेश जी गोरा

तीनो लोक गोरी लाल समाये रिद्धि सीधी तेरे गुण गये, मिट जाये सकल कलेश जी, गणपति श्री गणेश जी गोरा

मंगल मूर्ति हे गणराय-गणपति बाप्पा मोर्य माता पार्वती पिता महादेव -गणपति बाप्पा मोर्य सिद्ध्विनायक मंगल दाता-गणपति बाप्पा मोर्य प्रथम वंदना

साजिरे गोजिरे सुंदर हासरे,॥ देवा तुझे मुख , गजाचे वदन द्विजाचे तन कसे हे अप्रूप || गोंडस गोलाई ,तुझ्या उदराची,

जय हो जय हो घजानन तुम्हारी कैसे करते हो मुसक सवारी, तेरी आंखे छोटी छोटी बाहे रखे चारो दिशा में

गणपति राखो मेरी लाज-चंचल ====================== ( सदा भवानी दाहिनी, सिद्धि करे गणेश, पांचो देव रक्षा करें, ब्रह्मा विष्णु महेश l

ढोल ताशे नगाड़े भजा के, ले चलो गणेश जी की पालकी सजा के, अपने पलकों में इनको बिठा के, ले

वंदना करा वंदना करा हे गोरी दे लाल तेरी वंदना करा, सिमरन करा सिमरन करा हे गोरी दे लाल तेरी

लाभोधर प्रभु अंकुश धारी, मुशक वाहन करके सवारी आये है मेरे आंगन, गोरी नंदन घजे वेदन करने स्वामी दुःख हरण,

घोर हा नको फार कष्टलों ॥ निजहितास मी व्यर्थ गु्ंतलों ॥ वारिं शीघ्र ही संसारयातना ॥ हे दयानिधे श्री गजानना

हे गणनायक हे गजानन , हे गणनायक हे गजानन प्रथम तुमको नमन करें , प्रथम तुमको नमन करें तुम हो