आबू आबू पधारु गण राज यौ
आबू आबू पधारू गणराज, करियो पूरन हा सबहक काज, पार्वती सूत संकर सुवन कहाबै छि, रिद्धि और सिद्धि के दाता
आबू आबू पधारू गणराज, करियो पूरन हा सबहक काज, पार्वती सूत संकर सुवन कहाबै छि, रिद्धि और सिद्धि के दाता
लम्बोदर प्रभु अंकुश धारी मूषक वाहनी करके सवारी आये है मेरे अंगन, गोरी नंदन घज वदन करले स्वामी दुःख हरन,
सब से पेहले चर्चा चले पेहले मनाये सभी पूजा इनकी फले, सब से पेहले चर्चा चले ब्रहामंड का सब से
हे नाथ दयावानों के सिर मौर बता दो, छोडूँ मैं भला आपको किस और बता दो, हा शर्त ये कर
परमानंदी तल्लिन व्हावे, गजाननाचे नाम घ्यावे, भाव फुले ही येतिल बहरुन, मेघ भक्तिचे येतिल बरसुन, आनंदाने फुलतिल कण कण, सुगंध
महारा कीर्तन में रस बरसाओ आओ जी ग़ज़ानन आओ, ॐ गन गणपते नमो नमः सिद्धिविनायक नमो नमः कष्ट विनायक नमो
छोटे छोटे गणपति गौरा जी के लाल, झूला झुलाये मइयाँ अम्बुया की ढाल छोटे से गणेश जी के छोटे छोटे
मेरे गणपति राजा आजा तू आजा लड्डू खा जा मैं देखू तुझको तुझको यु ही खड़े मेरे बिगड़े भाग बना
हम नैन बिछाए है हे गणपति आ जाओ, गणपति आओ घजानन आओ हम नैन बिछाए है हे गणपति आ जाओ,
गणपति राखो मेरी लाज पूरण कीजियो मेरे काज गणपति राखो मेरी लाज सदा रहे खुशहाल गणपति लाल जो प्रथम में