तू शंकर का राज दुलारा
तुम को आना होगा तुम को आना होगा, तुमको आना होगा तुम को आना होगा हो करते है पहले तेरी
तुम को आना होगा तुम को आना होगा, तुमको आना होगा तुम को आना होगा हो करते है पहले तेरी
डी जे और धामल हो बाकड़ का लाल हो, ढोल नगाड़े छांज हो डांडियां खड़ताल हो, मेरा गणपति बड़ा प्यारा
गजानन भूतगणादि सेवित्तं , कपितजम्बू फलचारभक्षणम उमासुतं सोखविनाशकार्यकाम, नाममिविघने सवर्पढपंखजम॥ जय जय गौरी के लाल, जय जय गौरी के लाल,
हर कम तो ही पहला तू ते भगता, गोरा जी दे लाल नु ध्याई जा, लै आ श्रधा विश्वाश हर
गणपत गोरी लाल तेरी हो रही जय जय कार शिव गोरा के लाल तेरी हो रही जय जय कार गणपत
जय गणपति गणराजा दर्शन देने अब आजा, तेरे भाग के माली है हम तू ही सच्चा रखवाला, जय गणपति गणराजा
गणराया गणराया गणराया जो है शिव शंकर का दुलारा माता पार्वती का है प्यारा मंगलकरी है विपदाहारी है सारे मनोरथ
जै जै गौरा मां तेरे ला ल नू मनावां, लाल नू मनावां तेरे बाल नू मनावां, जै जै…… हाथ मेरे
घर घर पधारो आज घजानन गोरा माँ के लाल जी गणेश चतुर्थी आये रे भगतो गूंजे है जय जय कार
विघ्न हरण मंगल करण, श्री गणपति महाराज, प्रथम निमंत्रण आपको, मेरे पूरण करिये काज।। आओ जी रल मनालिये गौरां दे