शैलसुता-सुत उर में बसाकर
शैलसुता-सुत उर मैं बसाकर, इस जग में मुद-मंगल पाकर, कह दूँ मैं दिल का राज, खुश हूँ बहुत मैं आज,
शैलसुता-सुत उर मैं बसाकर, इस जग में मुद-मंगल पाकर, कह दूँ मैं दिल का राज, खुश हूँ बहुत मैं आज,
विनती सुनो घनराज सबा में वचाने लाज प्रभु जी मेरे आ जाना, मेरे बिगड़े बनाने काज प्रभु जी आ जाना
सब देव पधारे है अंगना गजानन तुम भी आ जाओ चन्दन ,केशर और इतर की सजी कटोरी मेरे अंगना चुन
लडुआ के लाने मचल गाओ रे, मोरो गोरा को लला खूब मनाये न मान रे मोरो गोरा को लला झुला
विश्व विनायक मंगलदायक सिद्धि विनायक घन राया, संकट मोछक दुःख निवारक सिद्धि विनायक गहन राया जो भी तुम्हरे मंदिर आये
गण नायक बन के, बुध विनायक बन के, प्रभु भक्तों के कष्ट मिटाना ll हे रिद्धि सिद्धि के स्वामी l
गौरा के भये गणराज रे, भोले बाबा पलना ले आये, पलना ले आये भोले पलना ले आये, काहे को तोरो
आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी, मोरे अंगना पधारो श्री गणेश जी, मां गौरा के लाडले गणेश जी, आओ अंगना
आन रखो देवा शान रखो देवा भगत घन द्वार तेरे भगत खड़े द्वार तेरे ध्यान रखो देवा जय हो गणेश
गोद में गजानन मचल गयो रे, चंदा मांगे खेलन को मैं ना देऊँ रे, गोद में गजानन मचल