गणपति देव बड़ा बलवान
सूंड़ सून्डाला दूँद दूँदाला, मस्तक मोटा कान, गणपति देव बड़ा बलवान , जो गणपति को प्रथम मनाता, उसका सारा दुःख
सूंड़ सून्डाला दूँद दूँदाला, मस्तक मोटा कान, गणपति देव बड़ा बलवान , जो गणपति को प्रथम मनाता, उसका सारा दुःख
मन मंदिर में ज्योत जला के बोलो गणेश का जय कारा, खोले रे किस्मत का ताला शिव गोरा का लाला
मैं तो जपु सदा तेरा नाम विनायक दया करो, द्वार खड़े है भक्त तुम्हारे, अपनी दया के खोलो द्वारे, पूरण
जय गजानंद,जय गजानंद,जय गजानंद , जय गजानंद ,जय गजानंद ,जय गजानंद , गणपति बाप्पा मोरिया, जय गजानंद ,जय गजानंद ,
गजानंद महाराज पधारो कीर्तन की तयारी है आओ आओ बेगा आओ चाव दर्श को भारी है गजानंद महाराज पधारो थे
है गणनायक महाराज , म्हारे आँगन आवो आज है गोरी सुत , गणराज ,म्हारे आँगन आवो आज चारो ओर ,एक
किरपा करो हम पे घजा नन्द एह विधन हरता कहलाने वाले तुम ही हो रिधि सीधी के दाता तुम ही
O Lord Ganpati, Show the divine light to me O formless Almighty, Om is your entity Bless me with Austerity
भुल्या ने राय समझ तुम देवो , हदय करो जी उजालो, आनन्द म्हारे , गणपति देव पधारो, भुल्या ने राय
हां गणपति भप्पा आओ तुम रिधि सीधी संग में लाओ आओ हमरे द्वारे घ्जानन्द मुश्क चढ़ कर आओ हां गणपति