आ जाओ गणपति मोरेया इक रात के लिए
कब से मेरे नैना तरस रहे मुलाकात के लिए आ जाओ गणपति मोरेया इक रात के लिए कब से मेरे
कब से मेरे नैना तरस रहे मुलाकात के लिए आ जाओ गणपति मोरेया इक रात के लिए कब से मेरे
श्री गजबदन गिरजाललन आओ पधारो प्रभु अंगना, सकल जगत भ्र्मांड तुम्हारी करता है प्रभु वंदना, श्री गजबदन गिरजाललन………… आप भी
गाईये गणपति जगवंदन शंकर सुवन भवानी नंदन गणपति जगवंदन गाईये गणपति जगवंदन सीधी सगन घज वदन विनायक, किरपा सिन्धु
शिव शंकर सुख देव गणपति देवो में बलकारी, सब से पहले तेरा सुमिरन करती दुनिया सारी, देवो में देव है
जय जय गजानन दम्बोदर गजानन, सुख के दाता दुःख निवारण, सबसे उचा तेरा सिंगासन, भक्ति तेरी और शक्ति तेरी, धरती
तू ही तो दानी है तू ही तो अन्तर्यामी है, अब मैं हु सहारे तेरे, दुखो को पहाड़ो को चीर
बैगा बैगा, आओ गजानंद, ओ थारी खूब, करा रे मनुहार पधारों म्हारा गजानंद, पार्वती के पुत्र गजानंद, थेतो शिव के
दुःख मिट जाते है दर जब तेरे आते है, सब का मंगल हो जो दर्शन तेरे पाते है, भगये विद्याता
होया खुशियाँ दा आज वे माहोल, गणपति साड़े घर आ गये साहणु खुशियाँ दी रहनी नही कोई थोड़, रिधि सीधी
जागो सरस्वती गणेश मनाए, गणेश मनाए सर्व सुखः पाए, हो जागो, सरस्वती गणेश मनाए, गणपति लाडला माँ गौरा का, शिव