
मने बाबा प्यारा लागे बैठा लाल लंगोट में
ब्यूटीफुल दरबार गया चरणों में लोट मैं, मने बाबा प्यारा लागे बैठा लाल लंगोट में, लाल लंगोटा हाथ में सोटा

ब्यूटीफुल दरबार गया चरणों में लोट मैं, मने बाबा प्यारा लागे बैठा लाल लंगोट में, लाल लंगोटा हाथ में सोटा

भजले प्यारे सांझ सवेरे इक माला हरी नाम की जिस माला में राम नही है वो माला किस काम की

ये राज दिलो पे करता है सालासर हनुमान मेरा, भगतो की झोली भरता है मेहंदीपुर हनुमान मेरा, बजरंग बलि के

राम दूत अतुलित बलिधामा अंजनी पूत पवन सूत नामा हिर्स्दये वसाए सीता रामा जय वीरा जय महावीरा बचपन में सूरज

कूद-कूद के कैसे खेल दिखाया माँ अंजना तेरे बेटे ने , लंका में जाके तहलका मचाया माँ अंजना तेरे बेटे

ये पटका केसरियां रंगवाया नाम है राम का लिखवाया, सुनहरी गोटा है लगवा के लंगोटा बाबा का मैं लाया, मैंने

बालाजी म्हारे आंगणिये पधारो थारे भगता ने दर्श दिखावो म्हारा सालासर धनि, बाला जी थारे लाल लंगोटा सोवे थारे हाथ

मेरे बाला जानते है हर बात मन की, पूरी करे हर इक मुराद मन की, विनती सुनते है बाला जन

ऐसे चुटकी बजाते हनुमान मिटाते कष्ट चुटकी में तेरा हर घन करे गुनगान मिटा दो कष्ट चुटकी में ऐसे चुटकी

हे भय भंजन जन सुख रंजन: हे भय भंजन जन सुख रंजन, समय की यहीँ पुकार, संजीवनी लाओ फिर इक