मेरी सुन लो मारुती नंदन काटो मेरे दुःख के बंधन
मेरी सुन लो मारुती नंदन, काटो मेरे दुःख के बंधन, हे महाबीर बजरंगी, तुम्हे कहते है दुःख भंजन । मुझ
मेरी सुन लो मारुती नंदन, काटो मेरे दुःख के बंधन, हे महाबीर बजरंगी, तुम्हे कहते है दुःख भंजन । मुझ
सिया राम के नाम का हम सुमिरन करते है, अंजनी पवन कुमार है वंधन करते है, मंगल को प्रभु तुम
बाला जी का सूंदर नजारा ये तो तीर्थो में तीर्थ न्यारा, दरबार बाबा का है निराला यहाँ किस्मत का खुलता
आज है मंगलवार तेरा मिलना हम को प्यार तेरा सब देवो को लाना है अपना वचन निभाना है हे मारुती
सिया राम राम सिया राम राम लाँघ समुन्द्र लंका अंदर कूद गये हनुमान जी इनसा ना कोई बलवान जी श्री
जो भी थारे द्वारे आवे, खाली नही जावे रे, भर झोली ले जावे, थारे द्वार से, सालासर वाला रै ओ
ओ मेरे बाबा बजरंगी तेरी जय जयकार मनाएंगे जय जयकार मनाएंगे तेरी जय जयकार मनाएंगे ओ मेरे बाबा बजरंगी तेरी
लाल लंगोटा हाथ में सोटा रूप निराला से जो मेहंदीपुर में बैठाया वो अंजनी का लाला से वो सब के
घुमा दे मारा बालाजी घमड़ घमड़ घोटो माँ अंजनी रा लाल थारो नाम जगत में मोटो मारा घर में छाई
महावीर बनके रणधीर बनके चले आना बजरंगी चले आना तुम बाल रूप में आना, तुम बाल रूप में आना, रवि