
सालासर वाला रै ओ अंजनी रा लाला रे
जो भी थारे द्वारे आवे, खाली नही जावे रे, भर झोली ले जावे, थारे द्वार से, सालासर वाला रै ओ

जो भी थारे द्वारे आवे, खाली नही जावे रे, भर झोली ले जावे, थारे द्वार से, सालासर वाला रै ओ

ओ मेरे बाबा बजरंगी तेरी जय जयकार मनाएंगे जय जयकार मनाएंगे तेरी जय जयकार मनाएंगे ओ मेरे बाबा बजरंगी तेरी

लाल लंगोटा हाथ में सोटा रूप निराला से जो मेहंदीपुर में बैठाया वो अंजनी का लाला से वो सब के

घुमा दे मारा बालाजी घमड़ घमड़ घोटो माँ अंजनी रा लाल थारो नाम जगत में मोटो मारा घर में छाई

महावीर बनके रणधीर बनके चले आना बजरंगी चले आना तुम बाल रूप में आना, तुम बाल रूप में आना, रवि

तेरो धाम लागो प्यारो है गजब नजारो, तेरो धाम लागो प्यारो आवे भगत हजारो, तेरो धाम लागो प्यारो है तू

जब से दिखिया म्हणे दरबार बाबा घाटे आले का, बाबा घाटे आले का बाबा घाटे आले का, जगती ज्योति अखंड

साखी – रविवार भैरव भजो मंगल शनि हनुमान सब संकट टल जाये ‘लक्खा’ हो जाये

मेरा जीवन तेरे हवाले ओ पूनरासर वाले के पग पग तू ही सम्भाले थारे ही भरोसे परिवार , सुनलो बालाजी

अरे धन दौलत की नही जरूरत जिब तूँ मेरे सागे सै, बाबा तेरी चाकरी मन्ने,ठाकरी सी लागे सै, पहलां जिब