फूंक दिया रे सोने की लंका
फूंक दिया रे सोने की लंका, दर के रूप विशाला जय हो जय अंजनी के लाला, राम नाम का प्याला
फूंक दिया रे सोने की लंका, दर के रूप विशाला जय हो जय अंजनी के लाला, राम नाम का प्याला
मेरा छोटा सा बजरंगी बडा पयारा लागे पयारा लागे बड़ा नयारा लागे छोटे से बजरंगी के सीस पे मुकट है
जिनके मन में बसे श्री राम जी, उनकी रक्षा करें हनुमान जी । जब भक्तों पर विपदा आई, तब आये
आओ बालाजी आओ आज माहरे आँगने भगत बुलावे थाने आयां सरसी लाल लगोटों हाथ में घोटो सर पर छतर हजारी
मेरी बालाजी सुनेंगे फरियाद बालाजी ज़रूर सुनेंगे अब होगी नैय्या पार अब बनेंगे सारे काम अब मौज बहारें साल बालाजी
आज मंगलवार है, महावीर का वार है, यह सच्चा दरबार है । सच्चे मन से जो कोई धयावे, उसका बेडा
जो भी थारे द्वारे आवे – खाली नही जावे रै भर झोली ले जावे – थारे द्वार से
हे काल के पंजे से बाला बचाओ ओ मेहंदीपुर वाले, हे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम मेहंदीपुर वाले, बाला
ओ मेहंदीपुर से आकर बाबा, सालसर से आकर बाबा , बन गये दिल्ली वाले है, मरघट वाले है ओ बाबा
अरे लांग समुन्दर लंका अंदर कूद गए हनुमान जी, इंसाना कोई बलवान जी श्री बाला जी हनुमान जी, सारा जग