
आज मंगलवार है महावीर का वार है
आज मंगलवार है, महावीर का वार है, यह सच्चा दरबार है । सच्चे मन से जो कोई धयावे, उसका बेडा

आज मंगलवार है, महावीर का वार है, यह सच्चा दरबार है । सच्चे मन से जो कोई धयावे, उसका बेडा

जो भी थारे द्वारे आवे – खाली नही जावे रै भर झोली ले जावे – थारे द्वार से

हे काल के पंजे से बाला बचाओ ओ मेहंदीपुर वाले, हे नाम रे सबसे बड़ा तेरा नाम मेहंदीपुर वाले, बाला

ओ मेहंदीपुर से आकर बाबा, सालसर से आकर बाबा , बन गये दिल्ली वाले है, मरघट वाले है ओ बाबा

अरे लांग समुन्दर लंका अंदर कूद गए हनुमान जी, इंसाना कोई बलवान जी श्री बाला जी हनुमान जी, सारा जग

बाबा सुन ले मन की बात दुखिया दर पे तेरे आई बाबा करदे पूरी आस दुखिया आस है लेकर आई

थारे झांज नगाड़ा बाजे रे सालासर के मंदिर में हनुमान विराजे रे थारे झांज नगाड़ा बाजे रे हनुमान विराजे रे

जय जय हो हनुमान जय जय तेरी हनुमान, हे मेहंदीपुर बाला जी तेरी जग में ऊंची शान जय जय हो

मेरे बालाजी का सोटा जब संकट पे डोलेगा मुझे माफ़ करो बाबा वो कान पकड़ के बोलेगा जब घुमे सोटा

अंजनी के लाला हमने तुमसे ये अरज लगाई बेगा सा करलो सुनाई, म्हारी बेगा सा करलो सुनाई रघुवर के बाला