
मन की आखों से मै देखूँ रूप सदा सियाराम का
दोहा : किस काम के यह हीरे मोती, जिस मे ना दिखे मेरे राम | राम नहीं तो मेरे लिए

दोहा : किस काम के यह हीरे मोती, जिस मे ना दिखे मेरे राम | राम नहीं तो मेरे लिए

भोला भाला तू अंजनी का लाला है बजरंग बाला बड़ा तेरा नाम है कि तेरे हृदय में बसे सियाराम हैं,

मेरे बजरंगी बाला तू जिसके साथ है, मेरे मेहंदीपुर वाले तू जिसके साथ है, उसको जीवन मे डरने की क्या

घाटे वाले बाला जी मेरे पित्रां खोल, दर पे हु आया मेरा कर दो मन चाया, तेरे चरणों में आके

लाल देह लाली लसय, हर धर लाल लंगूर बज्र देह दानव दलन, जय जय जय कपिसुर जयहो माँ अंजनी का

घाटे वाले ने अंगना में पलन झुलाया, अंगना में पलन झुलाया, ऐसी दया करि बाबा ने भज गए ढोल नगाड़े,

हे वायु नंदन तेरी आरती गाऊँ , आरती गाऊँ प्यारे आपको मनाऊँ, आपको मनाऊँ प्यारे आपको रिझाऊँ, हे वायु नंदन

बाला जी मेरा मतवाला बिगड़े बनाये सब काम बाला जी मेरा मतवाला, राम नाम की लेकर माला, धुन में मगन

थे ही हो बालाजी म्हारा बलकारी मोटा देवता ॥ घृत मिठाई चाढु चूरमा थारे चरणा धोक देवता लाल लंगोटा हाथ

जय हो अंजनी के लाला जय हो बजरंग मेरे बाला तू तो भगतो पे मेहर करता है, तेरे मंदिर में