
कलयुग में गूंजे दो नाम जय बाला जी जय श्री श्याम
मानने वाले जगत मानते बोल रहे जय जय कार, कलयुग में गूंजे दो नाम जय बाला जी जय श्री श्याम,

मानने वाले जगत मानते बोल रहे जय जय कार, कलयुग में गूंजे दो नाम जय बाला जी जय श्री श्याम,

मेहंदीपुर सालासर में तेरा धाम है, सबकी बिगड़ी बनाना तेरा काम है, जो भी दर पे गया उसको सब मिल

दादा अखंड तेरी जोत जले तू हम सबके दिल में बसे जो बंद करूँ आंखें मैं बस तुझे देखूं, जय

बोलो बोलो रे मिल के जय जय कार, सुनेगा बजरंगी फ़ौरन हमारी पुकार, बाला जी सा देव नही है इस

राम जी का करते गुणगान है हनुमान जैसा कोई नही कोई नही भगतो में सबसे महान है, हनुमान जैसा कोई

ओ सालासर के राजा मैं दर तेरे आवा जावा गा कर किरपा ओ मेहंदीपुर के राजा मैं दर तेरे आवा

जय बुलाता चल बाला की जय बुलाता चल ओ भक्ता रे बालाजी के चरणों में मिलता मुक्ति फल सालसर में

लगाके जय श्री राम के नारे नाचे राम भक्त लंका में, सारी वाटिका तोड़ के बोले हनुमत जय श्री राम,

लागेयो लक्ष्मण जी के बाण, कवे हनुमान सु राम, थाने जानो जरूरी काम सुण ले बजरंगी बजरंगी रे, मारा बजरंगी

सालसर में है ठिकाना हनुमान बजरंग जी का बड़ा लगाता है सुहाना अस्थान बजरंग जी का तकदीर का धनी है