जय बोलो जय बोलो हनुमान की
जय बोलो जय बोलो हनुमान की राम राम ॥ कौशल्या के जाये मेरे राम जी राम राम ॥ अंजलि के
जय बोलो जय बोलो हनुमान की राम राम ॥ कौशल्या के जाये मेरे राम जी राम राम ॥ अंजलि के
मस्त मलंगा होकर नाचे लेके राम का नाम वीर बजरंग बाला बाबा मेहंदीपुर वाला काल तुझसे घबराये निकट ना तेरे
कर लै झोलो , त्यार भाया , जानो बाला जी रै , द्वार भाया , बाला जी रा दर्शन कर
(तर्ज: देना हो तो दीजिये…) वीर बली हनुमान का करता हूँ गुणगान , है माँ अंजनी का लाला , देवों
बाबा मंदिर में तेरी इक सोने की तस्वीर, देखे जाऊ बाला जी मेरे नैना बरसे नीर, बाबा मंदिर में तेरी
हे जीके राम नाम का खटका वो नहीं जगत में भटका, हे वो नहीं जगत में भटका वो नहीं जगत
सजा प्रेतराज दरबार बाला जी के मंदिर में, बाला जी के मंदिर में,बाला जी के मंदिर में, सजा प्रेतराज दरबार
अंजनी माँ ने दुयो लाल, बधाई सारे भक्ता ने,, बधाई सारे भक्ता ने, बधाई सारे भक्ता ने, बाजयो रे बाजयो
जब पहुंचे हनुमत लंका बजा राम नाम का डंका, सारे राक्षक गबराये माथा रावण का ढंका , मैंने चाद वंद
दोहा :- न पल मे यु महान न होते गदा हाथ लिये बलवान न होते न विजय श्रीराम की होती