
ओ घाटे वाले
ओ घाटे वाले….…… बुलाते हैं मेरे अंसुवन, कि सिसके सांसों की सरगम, कि निशिदिन तुम्हें पुकारे मन….ओ…..हो…. ओ घाटे वाले।

ओ घाटे वाले….…… बुलाते हैं मेरे अंसुवन, कि सिसके सांसों की सरगम, कि निशिदिन तुम्हें पुकारे मन….ओ…..हो…. ओ घाटे वाले।

बड़ा प्यारा लगे है दरबार बाला जी, ओये किस ने किया तेरा शृंगार बाला जी, बड़ा प्यारा लगे है दरबार

भक्ति और शक्ति के दाता, रामचरण से जिनका नाता, म्हारा बजरंगबली….. राम बिना जिनको कुछ भी ना ध्यावे, राम में

जिस पर किरपा श्री राम की वो बैठ्यो मौज करे, जिस पे राजी हनुमान जी वो बैठ्यो मौज करे राम

मरघट वाले बाबा की शोभा सबसे न्यारी, कर देता पल में पूरी मुरादे, आये जो चल के शरदा से दुखी

जय बोलो जय बोलो हनुमान की राम राम ॥ कौशल्या के जाये मेरे राम जी राम राम ॥ अंजलि के

मस्त मलंगा होकर नाचे लेके राम का नाम वीर बजरंग बाला बाबा मेहंदीपुर वाला काल तुझसे घबराये निकट ना तेरे

कर लै झोलो , त्यार भाया , जानो बाला जी रै , द्वार भाया , बाला जी रा दर्शन कर

(तर्ज: देना हो तो दीजिये…) वीर बली हनुमान का करता हूँ गुणगान , है माँ अंजनी का लाला , देवों

बाबा मंदिर में तेरी इक सोने की तस्वीर, देखे जाऊ बाला जी मेरे नैना बरसे नीर, बाबा मंदिर में तेरी