
राम नाम का खटका
हे जीके राम नाम का खटका वो नहीं जगत में भटका, हे वो नहीं जगत में भटका वो नहीं जगत

हे जीके राम नाम का खटका वो नहीं जगत में भटका, हे वो नहीं जगत में भटका वो नहीं जगत

सजा प्रेतराज दरबार बाला जी के मंदिर में, बाला जी के मंदिर में,बाला जी के मंदिर में, सजा प्रेतराज दरबार

अंजनी माँ ने दुयो लाल, बधाई सारे भक्ता ने,, बधाई सारे भक्ता ने, बधाई सारे भक्ता ने, बाजयो रे बाजयो

जब पहुंचे हनुमत लंका बजा राम नाम का डंका, सारे राक्षक गबराये माथा रावण का ढंका , मैंने चाद वंद

दोहा :- न पल मे यु महान न होते गदा हाथ लिये बलवान न होते न विजय श्रीराम की होती

सब का करते है उधार मेरे बाला जी सरकार, लगा कर के घाटे दरबार लगा कर के घाटे दरबार सब

भरत पियारा मेरो नाम हनुमान, नाम हनुमान मेरो, कौन दिशा से आयो भाई, इस पहाड़ को करसीं कांई, देख लेई

कोई नहीं जहाँ में धनवान मेरे जैसा, दाता मिला गरीब को हनुमान तेरे जैसा, कोई नही जहाँ में धनवान मेरे

सालासर वाले ने कमाल कर दिया, जो भी आया दर पे मालामाल कर दिया। मेंहदीपुर वाले ने कमाल कर दिया,

मन बाला जी बाला जी मेरा बोले मेरा तो मन मेहंदीपुर में ही डोले बुलाये बजरंग बाला झूमे रे मन