सब का करते है उधार
सब का करते है उधार मेरे बाला जी सरकार, लगा कर के घाटे दरबार लगा कर के घाटे दरबार सब
सब का करते है उधार मेरे बाला जी सरकार, लगा कर के घाटे दरबार लगा कर के घाटे दरबार सब
भरत पियारा मेरो नाम हनुमान, नाम हनुमान मेरो, कौन दिशा से आयो भाई, इस पहाड़ को करसीं कांई, देख लेई
कोई नहीं जहाँ में धनवान मेरे जैसा, दाता मिला गरीब को हनुमान तेरे जैसा, कोई नही जहाँ में धनवान मेरे
सालासर वाले ने कमाल कर दिया, जो भी आया दर पे मालामाल कर दिया। मेंहदीपुर वाले ने कमाल कर दिया,
मन बाला जी बाला जी मेरा बोले मेरा तो मन मेहंदीपुर में ही डोले बुलाये बजरंग बाला झूमे रे मन
फरयाद मेरी सुन के बजरंगी चले आना, नित ध्यान धरूँ तेरा बिगड़ी को बना जाना, फरियाद मेरी सुनके…. तुझे अपना
दु:ख का बादल जब जब मुझ पे छा गया, पवन वेग से उड़कर बाबा आ गया वो आ गया, वो
जरा दर्शन को मेहंदीपुर चलिए यहाँ बाला जी का दरबार है, तेरे संकट सभी मिट जाए गे, वो ही करते
राम राम राम राजा राम राम राम के प्यारे सिया के दुलारे अंजनी माँ के नैनो के तारे राम के
नाचे वीर हनुमान माँ के मंदिर में, देवे आशीष भगवान् माँ के मंदिर में, माता जानकी भी लेवे बालियां, भक्त