जय बोलो जय बोलो जय वीर हनुमान
जय बोलो जय बोलो जय वीर हनुमान की, संग राम लखन अरु जानकी तू चाहे तो राइ को भी उचा
जय बोलो जय बोलो जय वीर हनुमान की, संग राम लखन अरु जानकी तू चाहे तो राइ को भी उचा
अंजनी को लाल निरालो रे अंजनी को घुंघरू बांध बालो छम छम नाचे ॥ लाल लंगोटे वालो रे अंजनी को
सालासर जाउगा महिमा तेरी गाऊगा, सालासर वाले की ज्योति जगाऊंगा बाबा बड़ा है दातार बाला जी को सारा जग जाने,
मेरे बाला जी कुछ तो बोल बैठाया क्यों चुप चाप बाबा रे, मेरी किस्मत के पनो को खोल बैठाया क्यों
लाल मुख विशाल लाल, लोचन है लाल लाल । लाल लाल मस्तक पे तिलक लाल लाल है, हाथ
सोटा सोटा बाला जी घुमावे सोटा, अष्ट सीधी नव निधि के दाता केवल दिया जानकी माता, जब चरणों में लौटा,बाला
जिसे विश्वास नहीं तेरा हनुमान, उसको शरण नहीं लेते श्रीराम, राम ही राम बस राम ही राम, आगे आगे राम,
हनुमत डटे रहो आसन पर जब तक कथा राम की होय माथे इनके मुकुट विराजे कानन कुंडल सोहे एक काँधे
हे अंजनी मैया बजरंग बड़ा बांका, सीता की लंका से खबरियां लाया, लंका जलाई रावण सूत सब मारा, सीता की
अंजनी के प्यारे लाल मेरे राम राम तू लेले हनुमत राम राम ही गायो जिसने पर्वत से ही उठाओ दियो