लहर लहर लहराए रे झंडा बजरंग बली का
लहर-लहर लहराए रे झंडा बज,रंग बली का, बजरंग बली का मेरे बजरंग बली का, लहर-लहर लहराए रे झंडा बजरंग बली
लहर-लहर लहराए रे झंडा बज,रंग बली का, बजरंग बली का मेरे बजरंग बली का, लहर-लहर लहराए रे झंडा बजरंग बली
कलयुग के इक देवता जिनका नाम निराला, जो भी पूजे इनको खोले बंध किस्मत का ताला जय हो जय हो
बार बार मैं तुम्हे पुकारू आइयो पवन कुमार, तेरे बिन हनुमत जीवन बड़ा दुशवार दीं दयालु हे बजरंगी किरपा रहे
बाबा तूने भक्तों को सब कुछ दिया, जिसने बालाजी तेरा सिमरन किया, सब के दिया दर्शन ना दिया, बाबा तूने
दुनिया के मालिक को भगवान कहते हैं, संकट के साथी को हनुमान कहते हैं, जब रिश्तेदार तुमसे मुखड़ा छुपाए, हनुमान
तेरा भवन भी छोटा पड़ गया बड़ा बनावा हो, बाबा हो बाला जी तेरे घने बने पुजारी हो, दोनों कना
आने से उस के आए बहार जाने से उस के जाए बहार भक्तो का दीवाना है मेरा बजरंग बलि राम
दुनिया रचने वाले को भगवान कहते हैं, और संकट हरने वाले को हनुमान कहते हैं । हो जाते है जिसके
जब से आया मै दर पे तुम्हारे, दुःख कट गये है जीवन के सारे, जब से आया मै दर पे
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार | पवनसुत विनती बारम्बार || अष्ट सिद्धि नव निद्दी के दाता,