राम नाम को जपता सुबहो शाम है
राम नाम को जपता सुबहो शाम है, ऐसा मेरा बजरंग बलि हनुमान है, मेरा हनुमान है वो जपता राम है,
राम नाम को जपता सुबहो शाम है, ऐसा मेरा बजरंग बलि हनुमान है, मेरा हनुमान है वो जपता राम है,
मैं तेरा हनूँमान हूँ बाबा, तूँ मेरा श्री राम है सीना चीर के देख अंदर तूँ, बैठा ख़ुद भगवान है
दर्शन के अमृत को बाबा प्यासा ये मनवा तरस रहा, दर्शन दो मरघट वाले जन्मो से जीयारा तरस रहा ॥
तर्ज- कुण जाणे या माया श्याम की सालासर मे बेठयो बाबो , संकट काटे रे यो माँ अंजनी को
लाल लंगोटे वाले अंजनी के लाल प्यारे कब से खड़ा मैं तेरे द्वारे, म्हारी विनती सुन लो कब से खड़ा
पी के राम नाम का प्याला झूमे लाल अंजनी लाला, हो के मस्त मगन निहाल नाचे ताल पे देके ताल
लाल लंगोटा हाथ में सोटा , बैठ्या बजरंग बाला हृदय में सिया राम बिराजे , जपे राम की माला चैत्र
जय जय बालाजी घाटे वाले बजरंगी हम सबके रखवाले, भाव सागर में जीवन की नैया जो चली है अब तेरे
जय बाबा की जय बाबा की करता जाऊ गा, उस मेहंदीपुर के बाबा तने हाल सुनाऊ गा, दुनिया के वो
जो सजा हुआ दरबार के दिखे बाला जी सुपने में, मने राति दिखे बाबा भगमा वाने में, मने बोली स्व