तेरे चरणों में चारो धाम है
मेरे बजरंग बाला फेरु नित तेरी माला, मेरे लब पे सदा तुम्हारा नाम है, तेरे चरणों में मेरे चारो धाम
मेरे बजरंग बाला फेरु नित तेरी माला, मेरे लब पे सदा तुम्हारा नाम है, तेरे चरणों में मेरे चारो धाम
आया तेरे दरबार रे बाबा भोग करो स्वीकार, भोग लगाने आयो रे बाबा भोग करो स्वीकार, श्रद्धा संग है थाल
जय श्री बालाजी महाराज अनोखी थारी झांकी अनोखी थारी झांकी निराली थारी झांकी जय श्री बालाजी महाराज अनोखी थारी झांकी,
जय श्रीराम जय जय श्रीराम , जय श्रीराम जय जय श्रीराम II जय श्रीराम जय जय श्रीराम , जय श्रीराम
मेहंदीपुर में चालो भगतो बाला जी दरबार में क्यों बैठे सोच विचार में बाबा के अजब नजारे जी किस्मत के
जगमग हो रही हिमालये में फेल रहा था उज्याला, पहाड़ उठा के चल पड़ा वो माँ अंजनी का लाला, पवन
चले हनुमान मेरे आये , श्रीराम जी की धूम मचाये : चले हनुमान मेरे आये , श्रीराम जी की धूम
तर्ज – शिव डमरू बजाऐ श्री राम को रिझाऐ तन सिन्दूर लगाऐ , ओर नाच दिखाऐ हनुमान ओ गाके राम
राम जी करेंगे न तो श्याम जी करेंगे तेरे सारे काम हनुमान जी करेगे राम और श्याम दोनों बात मानते
राम जी के नाम का पी कर प्याला, नाच रहे मस्ती में बजरंग बाला बजरंग बाला बजरंग बाला पाओ के