नाचे ठुमक ठुमक हनुमान
नाचे ठुमक ठुमक हनुमान मेहंदीपुर की गलियों में, मेहंदीपुर की गलियों में सालासर की गलियों में, नाचे ठुमक ठुमक हनुमान
नाचे ठुमक ठुमक हनुमान मेहंदीपुर की गलियों में, मेहंदीपुर की गलियों में सालासर की गलियों में, नाचे ठुमक ठुमक हनुमान
मेहंदीपुर के बालाजी हम दर तेरे आये हैं मुझे रख लो सेवादार ओ बाबा आस लगाए हैं मेहंदीपुर के बालाजी
मेरे दिल की पुकार तेरे भवन में दस रूपए की अरदास लगाई से, बाबा सुन ले मेरे दिल की पुकार,
माँ सीता ने सिंधुर लगाया चेहरा खिल गया, मेरे हनुमान को देखो कैसा मौका मिल गया एक चुटी का सिन्दूर
जो सब के नाम बनाते हिया जो संकट सभी मिटाते है और पवन के जैसी चाल है जिनकी जो अंजनी
छोटा सा बाला जी देखो खेल रहा माँ अंजनी की गोद में, अंजनी की गोद में अंजनी की गोद में,
है बलकारी और भ्रमचारी अवतारी जो नाथ भुजंगी है.. कोई और नही है वो मेरा…सालासर का बजरंगी है॥ संकटहर्ता मंगलकर्ता
तू ही मंगल माये भगवान तेरी जय जय जय हनुमान, तू है राम साईं की जान तेरी जय जय जय
लाल लाल चोला चढ़ाओ प्यारे, वीर बलि हनुमान कर देंगे वारे न्यारे, जिनका सालासर में धाम ,जिनका मेहंदीपुर में धाम,
करे किरपा सदा हनुमान ये तो सारा ही जग जाने, कभी संकट उस पे नहीं आता, जीवन में वो नहीं