पाँव में घुंगरू बांध
पाँव में घुंगरू बांध के नाचे जपे राम की माला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला, सिया राम ही राम
पाँव में घुंगरू बांध के नाचे जपे राम की माला, बजरंग बाला जय हो बजरंग बाला, सिया राम ही राम
जो राम नाम की बूटी पिला के मस्त बनाते, वो पवन पुत्र बजरंग बलि हनुमान कहलाते, ये संकट हरने वाले
राम नाम को रटने वाले जरा सामने आओ तुम, कौन हो तुम क्या नाम है तुम्हारा इतना तो बतलाऊ तुम,
हनुमन्त महा बलवन्त प्रभो हरि लीजै प्रभु विपद् हमारी आरतजन को त्रास निवारिये देहु अभय कपि विनय हमारी हे पवनपुत्र
धाम तुम्हारा मेहंदीपुर है बाल रूप के अवतारी नाम तुम्हारा बाला जी है बाला जी मंगल कारी कैसा भी हो
लाज रखले तू आके बलकारियां, म्हारी कश्ती ने बाला अब पार करदे हाथ जोड़े से भगत हाथ जोड़े से
भगतो की आई है बारात के बाला को मनाओ जी, बाला को मनाओ जी, केसर लाना चन्दन आना, और केसरियां
गोस्वामी तुलसीदास कृत संकटमोचन हनुमानाष्टक बाल समय रबि भक्षि लियो तब, तीनहुँ लोक भयो अँधियारो । ताहि सों त्रास भयो
भर दो झोली बजरंगबली मेरी, तेरे दर से ना जाऊ गा खाली, दू वधाई मैं माँ अंजनी को जन्म दिया
उठ गए बड़े बड़े सरदार म्हारे बाला जी के आगे म्हारे बाला जी के आगे उठ गए बड़े बड़े सरदार