एक बार तो हाथ उठालो
जो खेल गये प्राणो पे श्री राम के लिए, एक बार तो हाथ उठालो मेरे हनुमान के लिए सागर को
जो खेल गये प्राणो पे श्री राम के लिए, एक बार तो हाथ उठालो मेरे हनुमान के लिए सागर को
कोई तन्ने केहता राम पुजारी कोई कहे शिव शंकर अवतारी, तेरा भजा जो दर पे ढोल, बाला जी मने पाशे
सुन लो मेरे बजरंग प्यारे सिया राम के तुम हो दुलारे आया हु शरण में तेरी कर दो बेडा पार
म्हारे मन मंदिर में आन दर्शन दीजिये श्री हनुमान तेरे भगत है हम अनजान दीजिये हमे दया का दान म्हारे
मेरी नैया लगी है किनारे पे, मैं वारि जाऊ पितर दादा थारे पे, पितर दादा मेहर खिला दे, उजड़ा मेरा
मेरी माँ के लंगर वीर उठा कुर वीर लंगर वीर, मेरी माँ से मुझे मिला दे,कुछ बाते माँ से करा
बाला सालासर वाले है आज मगन मत वाले, राम नाम रस कीर्तन में देखो बाँट रहे है, बाँध के गुंगरू
सूरज को उगने ना दूंगा लक्ष्मण को मरने ना दूंगा ये वादा तेरे हनुमान का-२ सूरज के पास जाके पहले
सिर पे मुकटगल मोतियन माला वजर शरीर कोमल दिल वाला भक्त उन्हें पहचान वो है राम भक्त हनुमान, बलशाली अनजानी
लूंगा मैं तुम्हारा नाम मेरा काम करवादे, प्रभु राम के दरबार में मेरी सर्विस लगवा दे, लूंगा मैं तुम्हारा नाम