
मेरी माँ के लंगर वीर उठा कुर वीर लंगर वीर
मेरी माँ के लंगर वीर उठा कुर वीर लंगर वीर, मेरी माँ से मुझे मिला दे,कुछ बाते माँ से करा

मेरी माँ के लंगर वीर उठा कुर वीर लंगर वीर, मेरी माँ से मुझे मिला दे,कुछ बाते माँ से करा

बाला सालासर वाले है आज मगन मत वाले, राम नाम रस कीर्तन में देखो बाँट रहे है, बाँध के गुंगरू

सूरज को उगने ना दूंगा लक्ष्मण को मरने ना दूंगा ये वादा तेरे हनुमान का-२ सूरज के पास जाके पहले

सिर पे मुकटगल मोतियन माला वजर शरीर कोमल दिल वाला भक्त उन्हें पहचान वो है राम भक्त हनुमान, बलशाली अनजानी

लूंगा मैं तुम्हारा नाम मेरा काम करवादे, प्रभु राम के दरबार में मेरी सर्विस लगवा दे, लूंगा मैं तुम्हारा नाम

हनुमान मेरी नैया उस पार लगा देना, अब तक तो निभाया है आगे भी निभा देना, हनुमान मेरी नैया उस

माहरो सालासर महाराज म्हारे आयो अंगना आज दिन मंगलवार का बाबा के मनोहार का मेरे संग झूमे सजना माहरो सालासर

हे पवन के तनय वीर हनुमान जी, कब से करता विनय आप आ जाइये । नाव मजधार में आज मेरी

म्हारो छोटो सो हनुमान जलाय आयो लंका जलाय आयो लंका बजाय आयो डंका

श्री बालाजी ने लाड लडावे माता अंजना। श्री बालाजी ने लाड लडावे माता अंजना॥ बालपणे में बाबो सूरज पकड्यो। सारा