हनुमान मेरी नैया उस पार लगा देना
हनुमान मेरी नैया उस पार लगा देना, अब तक तो निभाया है आगे भी निभा देना, हनुमान मेरी नैया उस
हनुमान मेरी नैया उस पार लगा देना, अब तक तो निभाया है आगे भी निभा देना, हनुमान मेरी नैया उस
माहरो सालासर महाराज म्हारे आयो अंगना आज दिन मंगलवार का बाबा के मनोहार का मेरे संग झूमे सजना माहरो सालासर
हे पवन के तनय वीर हनुमान जी, कब से करता विनय आप आ जाइये । नाव मजधार में आज मेरी
म्हारो छोटो सो हनुमान जलाय आयो लंका जलाय आयो लंका बजाय आयो डंका
श्री बालाजी ने लाड लडावे माता अंजना। श्री बालाजी ने लाड लडावे माता अंजना॥ बालपणे में बाबो सूरज पकड्यो। सारा
चित चरणों में बाबा के लगा ले नसीब तेरे जाग जायेगे, सोये अपने नसीब जगा ले नसीब तेरे जाग जायेगे,
बजरंगबली किरपा करके, तुम मुझे बसा लो चरणन में, तेरे दर्शन की अभिलाषा है, ये दास बड़ा ही प्यासा है,
मुह को खोल हनुमत बोल मानुष जन्म मिला है तुझको मिटटी में न रोल मुह को खोल हनुमत बोल शरण
जैसे जलाई सोने की लंका वैसे इन्हे मिटाना है हे बजरंगी बली बाबा अब पाकिस्तान जलाना है आज देश की
राम भकत हनुमान बालाजी मेरे घर आना, बिलकुल बगल में मकान बाला जी मेरे घर आना, बाला जी मेरे घर